नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। आज G20 डिजिटल इकोनॉमी (G20 Digital Economy) मंत्रियों की बैठक को वर्चुअली संबोधित करते हुए PM नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा कि, भारत में दुनिया का सबसे सस्ती डेटा लागत का आनंद यहां के इंटरनेट उपयोकर्ता ले रहे हैं। वहीं देश में 850 मिलियन से ज्यादा इंटरनेट यूजर्स हैं। देश में 45% ज्यादा वैश्विक रीयल टाइम भुगतान भारत में होते हैं। डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के तहत लोगों तक सरकार की योजानाओं का लाभ सीधे पहुंचा। जिससे देश को 33 अरब डॉलर से ज्यादा की बचत हुई।
वहीं इस बैठक को वर्चुअली संबोधित करते हुएआज भारत में 850 मिलियन से अधिक इंटरनेट उपयोगकर्ता हैं जो दुनिया में सबसे सस्ती डेटा लागत का आनंद ले रहे हैं। हमने शासन को अधिक कुशल, समावेशी, तेज और पारदर्शी बनाने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाया है।
Sharing my remarks at G20 Digital Economy Ministers Meeting in Bengaluru. @g20org https://t.co/ai6pbrR6wl
— Narendra Modi (@narendramodi) August 19, 2023
उन्होंने आगे कहा कि, “45% से अधिक वैश्विक रीयल-टाइम भुगतान भारत में होते हैं.CoWIN पोर्टल ने भारत के टीकाकरण अभियान का समर्थन किया.हम एक AI-संचालित भाषा अनुवाद मंच ‘भाषिनी’ का निर्माण कर रहे हैं।”
इसके साथ ही आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जनधन खातों की संख्या 50 करोड़ के पार पहुंचने को एक अहम पड़ाव करार दिया और इस उपलब्धि की सराहना की। उन्होंने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि, “यह देखकर खुशी हुई कि इनमें से आधे से अधिक खाते महिलाओं के हैं।” केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा था कि देश में जनधन खातों की कुल संख्या 50 करोड़ के आंकड़े को पार कर गई है, जिनमें से 56% खाते महिलाओं के हैं।
वहीं मामले पर वित्त मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, जनधन खातों में कुल जमा राशि 2.03 लाख करोड़ रुपये से अधिक है, जबकि इन खातों के साथ लगभग 34 करोड़ रुपे कार्ड मुफ्त जारी किए गए हैं। जानकारी हो कि, मोदी सरकार ने 2014 में वित्तीय समावेश को बढ़ावा देने के लिए जनधन बैंक खाते खोलने के वास्ते बड़े पैमाने पर राष्ट्रव्यापी अभियान प्रारंभ किया था, जिसका उद्देश्य प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (DBT) सहित कई वित्तीय सेवाओं को गरीबों के लिए सुलभ बनाना था।