DFSA का निर्णय; बैंक ने अनुपालन के लिए कदम उठाए, वित्तीय असर नगण्य
मुंबई, 27 सितंबर (वेब वार्ता)। भारत के निजी क्षेत्र के सबसे बड़े ऋणदाता HDFC बैंक की दुबई अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय केंद्र (DIFC) शाखा को स्थानीय नियामक ने नए ग्राहक जोड़ने से रोक दिया है।
बैंक ने शुक्रवार देर शाम शेयर बाजार को सूचित किया कि उसे दुबई वित्तीय सेवा प्राधिकरण (DFSA) से एक निर्णय नोटिस मिला है। इस नोटिस के अनुसार, डीआईएफसी शाखा ने कुछ ग्राहकों को ऐसी सेवाएँ दी थीं जिन्हें आधिकारिक तौर पर शाखा में जोड़ा नहीं गया था। साथ ही, कुछ ग्राहकों को शाखा में जोड़ने की प्रक्रिया में भी उल्लंघन पाया गया है।
कार्रवाई का कारण और बैंक की प्रतिक्रिया
एचडीएफसी बैंक ने कहा कि उसने DFSA के नोटिस का अनुपालन करने के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं। बैंक ने स्पष्ट किया कि इस नियामक फैसले का उस पर कोई खास वित्तीय असर नहीं होगा।
नियामक कार्रवाई के तहत, बैंक पर नए ग्राहकों से संपर्क करने पर भी रोक लगा दी गई है। हालांकि, बैंक मौजूदा ग्राहकों को सेवा देना जारी रख सकता है।
बैंक ने बताया कि डीआईएफसी शाखा में संयुक्त खातों सहित 1,489 ग्राहक हैं। नियामकीय निर्णय तब तक लागू रहेगा जब तक बैंक को नियामक से लिखित में अपने निर्णय में संशोधन या उसे रद्द करने संबंधी सूचना नहीं मिल जाती।
ग्राहकों की संख्या और आगे की स्थिति
बैंक ने उन कथित उल्लंघनों के बारे में फिलहाल और जानकारी नहीं दी है जिसके कारण उसके खिलाफ यह कार्रवाई की गई है। इस कार्रवाई का सीधा अर्थ है कि शाखा अपनी ग्राहक संख्या में तब तक वृद्धि नहीं कर सकती जब तक DFSA संतुष्ट होकर अपनी रोक हटा नहीं लेता।