प्रतिस्पर्धा रोधी चिंताओं के बीच गूगल का नया कदम, CCI को सौंपा प्रतिबद्धता प्रस्ताव
नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। भारत के गेमिंग क्षेत्र में बड़ी खबर सामने आई है। गूगल ने देश में गूगल प्ले स्टोर पर नकद ईनाम (रियल मनी गेम्स – RMG) वाले गेम्स की अनुमति देने का औपचारिक प्रस्ताव दिया है। यह कदम भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) द्वारा उठाई गई चिंताओं के मद्देनज़र उठाया गया है। इससे पहले नवंबर 2024 में विंजो गेम्स प्राइवेट लिमिटेड की शिकायत पर CCI ने गूगल के खिलाफ जांच का आदेश दिया था।
गूगल ने अपनी गूगल विज्ञापन नीति में भी बदलाव का प्रस्ताव रखा है, जिससे भारत में कौशल आधारित खेलों के विज्ञापन को कुछ शर्तों के साथ अनुमति दी जा सकेगी।
क्या है गूगल का प्रतिबद्धता प्रस्ताव?
गूगल ने अपने प्रस्ताव में कहा है:
“प्ले प्रतिबद्धता प्रस्ताव, विज्ञापन प्रतिबद्धता प्रस्ताव के साथ सभी अनुपालन करने वाले RMG के लिए गूगल प्ले और गूगल एड तक समावेशी पहुंच सुनिश्चित करता है।”
इस प्रस्ताव का उद्देश्य कथित प्रतिस्पर्धात्मक नुकसान को दूर करना और नीति मानकीकरण के ज़रिए निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देना है। कंपनी का कहना है कि इससे सभी डेवलपर्स को समान अवसर मिलेंगे और बाजार में उनकी पहुंच बाधित नहीं होगी।
CCI की आपत्तियाँ और गूगल की प्रतिक्रिया
CCI ने पहले अपने आदेश में कहा था कि:
गूगल प्ले से कुछ रियल मनी गेम्स को बाहर करना उनकी बाज़ार पहुँच को रोकता है।
डेली फैंटेसी स्पोर्ट्स (DFS) और रमी जैसे ऐप को चुनिंदा रूप से शामिल करना प्रतिस्पर्धा को विकृत करता है।
इन आपत्तियों पर प्रतिक्रिया देते हुए गूगल ने अब अपनी तीसरी प्रतिबद्धता पेश की है जिसमें विज्ञापन नीति में भी बदलाव शामिल हैं।
विज्ञापन नीति में बड़ा बदलाव
गूगल ने कहा कि वह अब भारत में कौशल आधारित खेलों के विज्ञापन को अनुमति देगा, बशर्ते विज्ञापनदाता कुछ शर्तों को पूरा करे, जैसे:
नियामक रूप से मान्यता प्राप्त तृतीय पक्ष की स्वीकृति।
उपयोगकर्ता संरक्षण उपाय।
विज्ञापन की पारदर्शिता सुनिश्चित करना।
विंजो की प्रतिक्रिया
इस मामले की शिकायतकर्ता कंपनी WinZO Games Pvt. Ltd. ने कहा:
“गूगल ने अब तीसरी बार प्रतिबद्धता प्रस्ताव दिया है, जिससे यह मामला सुलझ सकता है। लेकिन कोई भी प्रतिबद्धता तभी प्रभावी मानी जाएगी जब वह पहचानी गई भेदभावपूर्ण गतिविधियों को पूरी तरह समाप्त कर दे।”
विंजो ने स्पष्ट किया कि वह इस प्रस्ताव की सावधानीपूर्वक समीक्षा कर रही है और CCI की सलाहकार प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भाग लेना जारी रखेगी।
क्या बदल सकता है भारत में गेमिंग इंडस्ट्री के लिए?
यदि गूगल का यह प्रस्ताव CCI द्वारा स्वीकार कर लिया जाता है, तो:
छोटे और नए गेम डेवलपर्स को बड़ा मंच मिलेगा।
कौशल आधारित गेमिंग ऐप्स को नए उपयोगकर्ता मिलने की संभावना बढ़ेगी।
उपयोगकर्ताओं को अधिक विकल्प मिलेंगे।
आरएमजी सेक्टर को कानूनी मान्यता मिलने की दिशा में यह बड़ा कदम होगा।
निष्कर्ष:
गूगल का यह प्रस्ताव भारत में गेमिंग और ऐप स्टोर प्रतिस्पर्धा के परिदृश्य को बदल सकता है। जहाँ एक ओर यह कदम डेवलपर्स के लिए उत्साहवर्धक है, वहीं CCI की भूमिका यह सुनिश्चित करने में अहम होगी कि प्रस्ताव वास्तविक समानता और उपयोगकर्ता सुरक्षा के लिए प्रभावशाली है या नहीं।