-उत्तरकाशी आपदा: आपदाग्रस्त धराली में मलबे से एक शव बरामद, 274 लोग सुरक्षित निकाले गए, कई अन्य लापता
उत्तरकाशी, (वेब वार्ता)। उत्तराखंड के उत्तरकाशी ज़िले के धराली गांव में मंगलवार को बादल फटने से भयंकर तबाही मच गई। खीरगंगा नदी में आई बाढ़ से पूरा गांव मलबे में दब गया, जिससे कई लोग लापता हो गए हैं। अब तक 274 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला गया है, जबकि एक शव बरामद हुआ है और 50 से अधिक लोगों के लापता होने की आशंका है।
आपदा के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हेलीकॉप्टर से प्रभावित क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण किया, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन पर बात कर राहत कार्यों की जानकारी ली।
🆘 आपदा की भयावहता
बादल फटने से धराली गांव का बड़ा हिस्सा बह गया।
गंगोत्री यात्रा का प्रमुख पड़ाव धराली अब मलबे में तब्दील है।
क्षेत्र की सड़कों पर भूस्खलन होने से राहत कार्यों में भारी बाधा।
खराब मौसम और टूटी सड़कें – बचाव दल अब भी मौके तक नहीं पहुंच सके हैं।
🚨 राहत और बचाव कार्य
अब तक 274 लोगों को सुरक्षित निकाला गया।
एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी और सेना की टीमें राहत कार्य में लगी हैं।
एक शव की पहचान आकाश पंवार (32) के रूप में हुई।
लापता लोगों में 11 सैनिक भी शामिल हैं।
📞 शासन की तत्परता
प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री धामी से बात की।
मुख्यमंत्री ने बताया कि खराब मौसम कार्यों में बाधा डाल रहा है लेकिन सभी एजेंसियां समन्वय के साथ कार्यरत हैं।
राशन, दवाइयां, चिकित्सक और पुलिस बल घटनास्थल पर तैनात किए गए हैं।
₹20 करोड़ की राशि राज्य आपदा निधि से राहत कार्यों के लिए जारी की गई।
🏥 चिकित्सा व्यवस्था
दून मेडिकल कॉलेज, कोरोनेशन अस्पताल और ऋषिकेश AIIMS में कुल 280 जनरल और 90 ICU बेड आरक्षित।
5 विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम उत्तरकाशी रवाना।
मानसिक तनाव को देखते हुए 3 मनोचिकित्सक भी धराली में तैनात।
🌊 नदियों का उफान और अतिरिक्त खतरा
हरिद्वार में गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर।
रेलवे ट्रैक पर भूस्खलन – हरिद्वार-देहरादून ट्रेनें रोकी गईं।
राजाजी नेशनल पार्क के मोतीचूर रेंज में ट्रैक बाधित।