नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। दिल्ली-एनसीआर में सोमवार रात से हो रही भारी बारिश ने राजधानी और आसपास के इलाकों की तस्वीर ही बदल दी है। जहां एक ओर मानसून की झमाझम बारिश से लोगों को उमस और गर्मी से राहत मिली, वहीं दूसरी ओर जलभराव ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है।
बीती रात करीब 10 बजे से शुरू हुई बारिश का सिलसिला आधी रात के बाद तक जारी रहा। सुबह होते ही कहीं हल्की फुहारें तो कहीं जोरदार बारिश देखने को मिली। इससे दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद और गुरुग्राम समेत कई क्षेत्रों में जलभराव की गंभीर स्थिति बन गई।
सड़कों पर लगा जाम, गाड़ियां पानी में फंसीं
लगातार बारिश के चलते दिल्ली और एनसीआर की अधिकांश सड़कें पानी से लबालब भर गईं। जगह-जगह वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और ट्रैफिक जाम से लोग घंटों फंसे रहे। अंडरपास और गलियां मानो झील में तब्दील हो गईं।
दिल्ली में सफदरजंग वेधशाला में शाम 5:30 बजे तक 15 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग के मुताबिक अधिकतम तापमान 32.7 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस रहा।
नोएडा में बेसमेंट बने तालाब, दर्जनों गाड़ियां डूबीं
नोएडा की बहुमंजिला सोसाइटियों में स्थिति सबसे खराब रही। देर रात की बारिश ने कई अपार्टमेंट्स के बेसमेंट को तालाब में बदल दिया।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट के श्री राधा स्काई गार्डन, महागुण माईवुड्स, गैलेक्सी रॉयल, अजनारा होम्स और सुपरटेक इको विलेज जैसी दर्जनों सोसाइटियों में पानी भर गया। दर्जनों गाड़ियां डूब गईं। गाड़ियों की सीटें और इंजन तक गीले हो गए।
निवासियों का आरोप है कि बिल्डरों ने बारिश के जल निकासी की कोई उचित व्यवस्था नहीं की, जिससे हर बार उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ता है।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट की Supertech Eco Village 1 सोसायटी का बेसमेंट हुआ जलमग्न, कई गाड़िया डूबी। pic.twitter.com/ej6AiIzdpd
— Greater Noida West (@GreaterNoidaW) July 31, 2025
गाजियाबाद में घरों में घुसा पानी
गाजियाबाद के नेहरू नगर, अशोक नगर, राजनगर एक्सटेंशन, वैशाली और इंदिरापुरम जैसे इलाकों में सड़कों पर घुटनों तक पानी भर गया। कई घरों में पानी घुस गया। अपार्टमेंट्स के बेसमेंट में भी जलभराव हो गया। इससे गाड़ियों के साथ-साथ निवासियों की दिनचर्या पर भी गहरा असर पड़ा।
मौसम विभाग का अलर्ट: 4 अगस्त तक बारिश जारी रहेगी
मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली-एनसीआर में 4 अगस्त तक इसी प्रकार की बारिश होने के आसार हैं। कुछ क्षेत्रों में वज्रपात की भी संभावना जताई गई है।
इस सप्ताह अधिकतम तापमान 30 से 35 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 24 से 27 डिग्री सेल्सियस के बीच बना रहेगा।
जनजीवन प्रभावित, प्रशासन बेखबर
बारिश के चलते स्कूल, ऑफिस और अस्पताल तक पहुंचने में लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। सार्वजनिक परिवहन भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
जहां एक ओर मानसून के कारण लोग मौसम का लुत्फ उठा रहे हैं, वहीं प्रशासन की ओर से जल निकासी की तैयारियों की पोल भी खुलती नजर आई। सोशल मीडिया पर जलभराव की तस्वीरें और वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं।
निष्कर्ष:
दिल्ली-एनसीआर में मानसून की बारिश जहां एक तरफ गर्मी से राहत लेकर आई है, वहीं दूसरी ओर अव्यवस्थित जल निकासी और शहरी योजना की खामियों के कारण आफत बन गई है। नागरिकों ने प्रशासन से जल्द राहत देने की मांग की है।