-वेबवार्ता डेस्क-
भारत के 15वें और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी का 75वां जन्मदिवस आज, 17 सितंबर 2025 को पूरे देश में उत्साह और सेवा भाव के साथ मनाया जा रहा है। 1950 में गुजरात के वडनगर में जन्मे मोदी जी ने अपनी कठिन मेहनत, समर्पण और नेतृत्व से भारत को वैश्विक मंच पर एक नई पहचान दी है। इस वर्ष सेवा पखवाड़ा (17 सितंबर से 2 अक्टूबर) के तहत देशभर में रक्तदान शिविर, स्वास्थ्य जांच कैंप, स्वच्छता अभियान और विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया जा रहा है। मध्य प्रदेश के धार जिले में ‘स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान’ और राष्ट्रीय पोषण माह की शुरुआत के साथ ही 75 स्थानों पर नमो युवा रन और बिहार में ‘चलो जीते हैं’ फिल्म का प्रदर्शन इस उत्सव को और खास बना रहा है।
मोदी जी का जन्मदिवस हमेशा व्यक्तिगत उत्सव से अधिक सेवा और राष्ट्र निर्माण का प्रतीक रहा है। आइए, उनके जीवन, परिवार, शिक्षा और पिछले वर्षों (2023, 2024, 2025) के विशेष आयोजनों पर नजर डालें।
नरेंद्र मोदी का प्रारंभिक जीवन और परिवार
नरेंद्र मोदी का जन्म 17 सितंबर 1950 को गुजरात के मेहसाणा जिले के वडनगर में एक साधारण परिवार में हुआ था। उनके पिता दामोदरदास मुलचंद मोदी रेलवे स्टेशन के पास चाय की दुकान चलाते थे, और माता हीराबेन मोदी एक गृहिणी थीं, जिनका निधन 2022 में हुआ। मोदी जी अपने माता-पिता के तीसरे पुत्र हैं। उनके तीन भाई—सोमभाई मोदी, प्रहलाद मोदी, और पंकज मोदी—तथा एक बहन वसंतिबेन मोदी हैं। बचपन में मोदी जी ने अपने पिता और बड़े भाई सोमभाई के साथ चाय बेचकर परिवार की मदद की। नौ साल की उम्र में उन्होंने तापी नदी की बाढ़ प्रभावितों के लिए भोजन स्टॉल शुरू कर राहत कार्यों में योगदान दिया था।
शिक्षा और प्रारंभिक संघर्ष
मोदी जी की प्रारंभिक शिक्षा वडनगर के स्थानीय स्कूल में हुई। उनके शिक्षकों के अनुसार, वे एक सामान्य छात्र थे, लेकिन वाद-विवाद और नाटक में उनकी विशेष रुचि थी। 1967 में स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने घर छोड़कर उत्तर और पूर्वोत्तर भारत का भ्रमण किया, जहां उन्होंने हिंदू संस्कृति और आध्यात्मिकता को गहराई से समझा। 1971 में गुजरात लौटने के बाद वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रचारक बने। 1978 में उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नातक और 1983 में गुजरात विश्वविद्यालय से मास्टर डिग्री प्राप्त की।
राजनीतिक यात्रा: गुजरात से दिल्ली तक
1985 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने के बाद मोदी जी ने संगठनात्मक कौशल से अपनी पहचान बनाई। 2001 से 2014 तक वे गुजरात के मुख्यमंत्री रहे, जहां उनके गुजरात विकास मॉडल ने राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा बटोरी। 2014 और 2019 में भाजपा की पूर्ण बहुमत की जीत के साथ वे भारत के प्रधानमंत्री बने। उनकी नीतियों जैसे मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया, और आत्मनिर्भर भारत ने भारत को वैश्विक आर्थिक शक्ति के रूप में उभारा।
जन्मदिवस पर सेवा और विकास के आयोजन
मोदी जी का जन्मदिवस 2014 से सेवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। भाजपा और विभिन्न मंत्रालयों द्वारा आयोजित सेवा पखवाड़ा में समाज कल्याण और विकास पर जोर दिया जाता है। पिछले वर्षों के कुछ प्रमुख आयोजन:
2025: इस वर्ष 75वें जन्मदिवस पर मोदी जी ने मध्य प्रदेश के धार जिले में ‘स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान’ और राष्ट्रीय पोषण माह का शुभारंभ किया जाएगा। देशभर में 75,000 स्वास्थ्य शिविर, 101 आयुष्मान आरोग्य मंदिर, और 150 डायलिसिस सेंटर शुरू किए गए। दिल्ली में 75 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और नमो युवा रन जैसे आयोजन हो रहे हैं। बिहार में ‘चलो जीते हैं’ फिल्म प्रदर्शन और ओडिशा में 75 लाख पौधरोपण की पहल शुरू हुई।
2024: ओडिशा के भुवनेश्वर में सुभद्रा योजना का शुभारंभ, जिसके तहत 1 करोड़ से अधिक महिलाओं को 5 वर्षों में 50,000 रुपये की सहायता दी जाएगी। इसके अलावा, प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी के लाभार्थियों से मुलाकात और 3,800 करोड़ रुपये की रेलवे व राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन।
2023: पीएम विश्वकर्मा योजना का शुभारंभ, जिसने कारीगरों और शिल्पकारों को कौशल विकास के अवसर प्रदान किए। दिल्ली में भारत अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन और प्रदर्शनी केंद्र (IICC) और दिल्ली मेट्रो एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन का विस्तार। वाराणसी में 73 किलो का लड्डू काटकर उत्सव मनाया गया।
2022: 1 लाख से अधिक लोगों ने रक्तदान कर विश्व रिकॉर्ड बनाया। कुनो नेशनल पार्क में चीतों की वापसी का प्रोजेक्ट शुरू।
2021: कोविड-19 महामारी के बीच 2.5 करोड़ वैक्सीन खुराकें दी गईं, जो एक रिकॉर्ड था।
2020: महामारी के कारण सेवा सप्ताह में राशन वितरण और सामुदायिक सहायता पर ध्यान।
2019: गुजरात में सरदार सरोवर बांध का दौरा, जो 138.68 मीटर की ऊंचाई तक पहुंचा।
2018: वाराणसी में स्कूल और काशी विश्वनाथ मंदिर का दौरा।
2017: गुजरात में सरदार सरोवर बांध का उद्घाटन और वायुसेना मार्शल अर्जन सिंह के परिवार से मुलाकात।
2016: नवसारी में विकलांगों को सहायता और दाहोद में पेयजल परियोजनाओं का शुभारंभ।
2015: 1965 भारत-पाक युद्ध की स्वर्ण जयंती पर शौर्यंजलि प्रदर्शनी का दौरा।
मोदी जी अक्सर अपने जन्मदिवस पर मां हीराबेन का आशीर्वाद लेने गुजरात जाते थे।
वैश्विक नेताओं की शुभकामनाएं
इस वर्ष मोदी जी को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, रूसी राजदूत डेनिस अलीपोव, और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सहित कई वैश्विक नेताओं ने शुभकामनाएं दीं। ट्रम्प ने कहा, “मैं अपने मित्र नरेंद्र मोदी को जन्मदिन की बधाई देता हूं। वे भारत के लिए शानदार काम कर रहे हैं।”
निष्कर्ष: सेवा और नेतृत्व का प्रतीक
नरेंद्र मोदी का 75वां जन्मदिवस केवल एक व्यक्तिगत उत्सव नहीं, बल्कि विकसित भारत 2047 के विजन को साकार करने का अवसर है। सेवा पखवाड़ा, रक्तदान, और विकास परियोजनाएं उनके नेतृत्व की सेवा भावना को दर्शाती हैं। देशवासियों की ओर से प्रधानमंत्री जी को हार्दिक शुभकामनाएं!