नौएडा (वेब वार्ता)। दिवाली से ठीक पहले उत्तर प्रदेश में वायु प्रदूषण ने चरम रूप ले लिया है। रविवार को गाजियाबाद ने देश में सबसे प्रदूषित शहर का तमगा हासिल किया, जबकि नोएडा दूसरे और हापुड़ तीसरे स्थान पर रहा। नोएडा का औसत AQI (Air Quality Index) 329 रहा, जो “बहुत खराब” (Very Poor) श्रेणी में है। सेक्टर-125 का AQI 362, सेक्टर-116 का 363 और सेक्टर-1 का 333 दर्ज किया गया, जो “गंभीर” (Severe) स्तर को छू रहा है। गाजियाबाद का AQI 333 और हापुड़ का 306 रहा। यह स्थिति बच्चों, बुजुर्गों और सांस रोगियों के लिए खतरनाक है।
उत्तर प्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (UPPCB) के अनुसार, NCR में धुंध और धूल ने हवा को जहरीला बना दिया है। दिल्ली का AQI 257 (गंभीर) रहा, लेकिन UP के शहरों ने इसे पीछे छोड़ दिया।
नोएडा-गाजियाबाद-हापुड़ में AQI का हाल (20 अक्टूबर 2025)
शहर/क्षेत्र | AQI | श्रेणी | PM2.5 (µg/m³) | PM10 (µg/m³) |
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गाजियाबाद (सामान्य) | 333 | गंभीर (Severe) | 268 | 999 |
नोएडा (सामान्य) | 329 | बहुत खराब (Very Poor) | 174 | 999 |
हापुड़ | 306 | बहुत खराब (Very Poor) | 105 | – |
नोएडा सेक्टर-125 | 362 | गंभीर (Severe) | – | – |
नोएडा सेक्टर-116 | 363 | गंभीर (Severe) | – | – |
स्रोत: AQI.in, CPCB, IQAir
UP के अन्य शहर जैसे ग्रेटर नोएडा (291), मेरठ (228) और मेरठ (227) भी “बहुत खराब” श्रेणी में हैं।
प्रदूषण के कारण: धूल, वाहन और मौसम का कहर
UP के इन शहरों में प्रदूषण के मुख्य कारण:
- धूल और निर्माण कार्य (40%): सड़क निर्माण, धूल उड़ना, और अनपेव्ड सड़कें।
- वाहन उत्सर्जन (30%): NCR में ट्रैफिक जाम, डीजल वाहन।
- मौसमी कारक: कम हवा की गति (लगभग 0 किमी/घंटा), धुंध, और तापमान उलटा।
- पराली जलाना: पंजाब-हरियाणा से धुआं।
UPPCB ने पानी छिड़काव और मैकेनिकल स्वीपिंग को तेज करने के निर्देश दिए हैं।
सुधार की संभावनाएं: दिवाली के बाद और बिगड़ेगी स्थिति?
- अल्पकालिक: AQI 300-350 तक पहुंच सकता है (दिवाली पटाखों से)। हवा की गति बढ़ने या बारिश से हल्का सुधार संभव।
- दीर्घकालिक: 2025 अंत तक 20% सुधार संभव, यदि पराली रोक, EV वाहन बढ़ें। पूर्ण सुधार (AQI <100) 2030 तक।
बचाव के उपाय: घर में रहें, मास्क पहनें
- घर के अंदर रहें, खिड़कियां बंद रखें।
- KN95/FFP2 मास्क पहनें।
- HEPA एयर प्यूरीफायर चलाएं।
- AQI ऐप (IQAir) से अपडेट लें।
नोट: वायु गुणवत्ता बदल सकती है। रीयल-टाइम डेटा के लिए AQI.in या IQAir देखें।