कुशीनगर, ममता तिवारी (वेब वार्ता)। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में गन्ना किसानों के लिए महत्वपूर्ण पहल शुरू हो गई है। जिला गन्ना अधिकारी हुदा सिद्दीकी ने बताया कि जनपद की सभी गन्ना विकास समितियों पर सर्वे सट्टा प्रदर्शन मेला प्रारंभ हो गया है। यह मेला आगामी पेराई सत्र (2025-26) के लिए किसानों को उनकी फसल की जानकारी उपलब्ध कराने और संशोधन का अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है। किसान विभागीय वेबसाइट www.caneup.in और ई-गन्ना ऐप के माध्यम से अपनी सर्वे सट्टा (प्री कैलेंडर या कच्चा कैलेंडर) की पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
यह पहल गन्ना किसानों को पारदर्शिता और सुविधा प्रदान करने की दिशा में एक कदम है, जहां वे अपनी फसल के सटीक आंकड़ों के आधार पर पर्चियां प्राप्त कर सकेंगे। जिला प्रशासन ने किसानों से अपील की है कि वे तुरंत अपनी जानकारी जांच लें और किसी भी त्रुटि को सुधारने के लिए आवेदन करें।
सर्वे सट्टा प्रदर्शन मेला क्या है? किसानों के लिए कैसे फायदेमंद?
सर्वे सट्टा प्रदर्शन मेला गन्ना विकास समितियों पर आयोजित एक विशेष अभियान है, जिसमें किसानों को उनकी भूमि, फसल पैदावार और अन्य विवरणों की प्रारंभिक सूची (सर्वे सट्टा) दिखाई जाती है। यह पेराई सत्र से पहले की तैयारी का हिस्सा है, ताकि किसान अपनी चीनी मिलों को गन्ना आपूर्ति के लिए सही कोटा और पर्चियां प्राप्त कर सकें।
जिला गन्ना अधिकारी हुदा सिद्दीकी ने कहा, “किसान भाइयों और बहनों से अनुरोध है कि वे अपने सर्वे सट्टा की सभी सूचनाओं की जांच कर लें। यदि कोई त्रुटि हो, तो संशोधन के लिए तुरंत आवेदन करें। इसी सट्टे के आधार पर पर्चियां जारी की जाएंगी।” समितियों पर स्थापित इंक्वायरी टर्मिनल पर भी पूरी जानकारी उपलब्ध है, जहां किसान व्यक्तिगत रूप से सहायता ले सकते हैं।
इसके अलावा, प्री कैलेंडर या कच्चा कैलेंडर का वितरण भी शुरू कर दिया गया है। यह दस्तावेज किसानों को उनकी अनुमानित पैदावार और कोटा की जानकारी देगा।
ऑनलाइन सुविधाएं: वेबसाइट और ई-गन्ना ऐप से आसान एक्सेस
गन्ना किसानों के लिए डिजिटल सुविधाओं को बढ़ावा देने के लिए:
- विभागीय वेबसाइट (www.enquiry.caneup.in): यहां किसान लॉगिन करके अपना सर्वे सट्टा डाउनलोड कर सकते हैं, संशोधन आवेदन कर सकते हैं, और पर्ची स्थिति चेक कर सकते हैं।
- ई-गन्ना ऐप: मोबाइल ऐप के जरिए रीयल-टाइम अपडेट्स, पर्ची एसएमएस अलर्ट, और भुगतान ट्रैकिंग की सुविधा उपलब्ध है। ऐप डाउनलोड करने के लिए गूगल प्ले स्टोर या एप्पल ऐप स्टोर पर सर्च करें।
किसानों को विशेष रूप से अपने मोबाइल नंबर और बैंक खाते की जानकारी जांचने की सलाह दी गई है। आपूर्ति पर्ची मोबाइल पर एसएमएस के रूप में प्राप्त होगी, जबकि गन्ना मूल्य का भुगतान सीधे बैंक खाते में होगा।
नई समिति सदस्यता: 30 सितंबर तक ऑनलाइन आवेदन करें
यदि आप नए गन्ना विकास समिति सदस्य बनकर इस आपूर्ति सत्र से चीनी मिल को गन्ना सप्लाई करना चाहते हैं, तो 30 सितंबर 2025 तक ऑनलाइन आवेदन अनिवार्य है। अब तक जनपद में 5,748 ऑनलाइन आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। आवेदनों का वितरण निम्नलिखित है:
मिल क्षेत्र | कुल आवेदन | टॉप समिति (आवेदन संख्या) |
---|---|---|
रामकोला मिल क्षेत्र | 1,913 | रामकोला पी (970) |
सेवरही मिल क्षेत्र | 1,350 | सेवरही (850) |
अन्य क्षेत्र | शेष | खड्डा (841) |
ये आंकड़े दर्शाते हैं कि रामकोला क्षेत्र में किसानों की सबसे अधिक रुचि है। आवेदन वेबसाइट www.enquiry.caneup.in पर जाकर आसानी से किया जा सकता है।
बेसिक कोटा बढ़ाने का अवसर: उपज वृद्धि आवेदन
जिन किसानों के पास गन्ना पैदावार अच्छी है लेकिन कृषि योग्य भूमि कम होने के कारण बेसिक कोटा कट रहा है, वे 30 सितंबर तक उपज बढ़ोत्तरी (उपज वृद्धि) हेतु आवेदन करें। इससे उनकी पैदावार बेसिक कोटा के अनुपात में पर्ची प्राप्त हो सकेगी, और वे अधिक लाभ कमा सकेंगे।
जिला प्रशासन की अपील: त्रुटि सुधारें, लाभ उठाएं
जिला गन्ना अधिकारी ने किसानों से अपील की है कि वे इस अवसर का लाभ उठाएं। “सर्वे सट्टा में सही जानकारी सुनिश्चित करने से पेराई सत्र में कोई परेशानी नहीं होगी। ऑनलाइन सुविधाओं का उपयोग करें और थानों या समितियों पर संपर्क करें।” कुशीनगर जिले में गन्ना एक प्रमुख फसल है, और यह पहल किसानों की आय बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगी।