Tuesday, November 25, 2025
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GST दरों में बड़ी कटौती: रोजमर्रा के सामान से लेकर दवाएं और वाहन तक सब सस्ता, वित्त मंत्री की घोषणा का पूरा निचोड़

नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने और आम आदमी को राहत देने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जीएसटी परिषद की 56वीं बैठक में बड़ी घोषणा की है। जीएसटी की दरों को सरल बनाते हुए अब दो-स्तरीय संरचना अपनाई जाएगी – 5% और 18%। इससे रोजमर्रा की वस्तुएं, दवाएं, खाद, बाइक, कार और अन्य कई उत्पाद सस्ते हो जाएंगे। यह बदलाव 22 सितंबर 2025 से लागू होंगे, जो नवरात्रि के पहले दिन से शुरू होगा। आइए समझते हैं इस घोषणा का पूरा निचोड़ और इसका आम जनता पर क्या असर पड़ेगा।

जीएसटी परिषद की बैठक में क्या हुआ?

जीएसटी परिषद की बैठक 3 सितंबर 2025 को नई दिल्ली में हुई, जिसमें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अध्यक्षता की। बैठक में जीएसटी की मौजूदा चार-स्तरीय दर संरचना (5%, 12%, 18%, 28%) को सरल बनाकर दो-स्तरीय (5% और 18%) करने का फैसला लिया गया। इससे मध्यम वर्ग और किसानों को बड़ी राहत मिलेगी। वित्त मंत्री ने कहा,

“यह बदलाव आम आदमी, मध्यम वर्ग, किसानों और स्वास्थ्य से जुड़े क्षेत्रों को ध्यान में रखकर किया गया है।”

बैठक दो दिनों तक चली, जिसमें कई राज्यों के वित्त मंत्रियों ने हिस्सा लिया। इस घोषणा से सिन गुड्स (जैसे सिगरेट, तंबाकू, शीतल पेय) पर टैक्स बढ़ाकर 40% तक किया जाएगा, लेकिन बाकी वस्तुओं पर दरें कम होंगी। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, टूथपेस्ट और शैंपू जैसी उपभोक्ता वस्तुओं पर जीएसटी 18% से घटाकर 5% कर दिया गया है। छोटी कारों, एयर कंडीशनर आदि पर भी दरें कम की गई हैं।

सस्ते होने वाली प्रमुख वस्तुएं और सेवाएं

जीएसटी दरों में कटौती से कई दैनिक उपयोग की चीजें सस्ती हो जाएंगी। यहां कुछ प्रमुख उदाहरण दिए गए हैं:

  • रोजमर्रा के सामान: टूथपेस्ट, शैंपू, साबुन, डिटर्जेंट आदि अब 5% जीएसटी के दायरे में आएंगे। पहले ये 18% पर थे। इससे घरेलू बजट में बचत होगी।

  • दवाएं और स्वास्थ्य उत्पाद: दवाओं पर जीएसटी दरें कम की गई हैं, खासकर जेनेरिक दवाओं पर। स्वास्थ्य से जुड़े उत्पादों को राहत दी गई है, जिससे मेडिकल खर्च घटेगा।

  • खाद और कृषि उत्पाद: किसानों के लिए अच्छी खबर! उर्वरक (खाद) पर जीएसटी शून्य या न्यूनतम रखा गया है। इससे कृषि लागत कम होगी और किसानों की आय बढ़ेगी।

  • बाइक और गाड़ियां: छोटी कारों, बाइक्स और अन्य वाहनों पर जीएसटी 18% से घटाकर 5% या 12% किया जा सकता है। एयर कंडीशनर, रेफ्रिजरेटर जैसे घरेलू उपकरण भी सस्ते होंगे।

  • अन्य उत्पाद: सैकड़ों वस्तुओं जैसे किराने का सामान, इलेक्ट्रॉनिक्स और सेवाओं पर दरें कम होंगी। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, ये बदलाव 22 सितंबर से लागू होंगे।

वित्त मंत्री ने बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा,

“जीएसटी 2.0 से अर्थव्यवस्था में तेजी आएगी और उपभोग बढ़ेगा। हमने सिन गुड्स पर टैक्स बढ़ाया है ताकि राजस्व संतुलित रहे।”

हिंदुस्तान टाइम्स ने बताया कि यह फैसला मध्यम वर्ग की मांगों को ध्यान में रखकर लिया गया है।

आम आदमी और अर्थव्यवस्था पर असर

यह घोषणा ऐसे समय में आई है जब महंगाई एक बड़ी समस्या बनी हुई है। दरों में कटौती से उपभोग बढ़ेगा, जिससे अर्थव्यवस्था को बूस्ट मिलेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे जीडीपी ग्रोथ में 1-2% की वृद्धि हो सकती है। हालांकि, सिन गुड्स महंगे होने से कुछ सेक्टर प्रभावित हो सकते हैं।

किसानों के लिए खाद सस्ता होना एक बड़ा कदम है, जो कृषि उत्पादन बढ़ाएगा। मध्यम वर्ग के लिए वाहन और घरेलू सामान सस्ते होने से खरीदारी बढ़ेगी। लाइवमिंट की रिपोर्ट में कहा गया है कि सभी उत्पादों (सिन गुड्स को छोड़कर) पर बदलाव 22 सितंबर से लागू होंगे।

निष्कर्ष

वित्त मंत्री की यह घोषणा जीएसटी को और सरल बनाएगी और आम जनता को राहत देगी। अगर आप भी इन बदलावों से लाभ उठाना चाहते हैं, तो 22 सितंबर से पहले अपनी खरीदारी प्लान करें। अधिक जानकारी के लिए जीएसटी पोर्टल या आधिकारिक वेबसाइट देखें। यह कदम भारत की अर्थव्यवस्था को नई दिशा देगा।

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