हरदोई, लक्ष्मीकान्त पाठक (वेब वार्ता)। कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी अनुनय झा की अध्यक्षता में परिषदीय विद्यालयों को गोद लेने और उन्हें मॉडल स्कूल के रूप में विकसित करने के संबंध में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई।
डीएम के निर्देश: मॉडल स्कूल के लिए व्यापक सुधार
बैठक में जिलाधिकारी ने जनपद, तहसील, और ब्लॉक स्तर के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे प्रत्येक एक परिषदीय विद्यालय को गोद लें और उसे मॉडल स्कूल के रूप में विकसित करें। इसके लिए विद्यालयों का नियमित निरीक्षण कर कमियों को दूर करने और गुणवत्तापूर्ण पठन-पाठन की व्यवस्था सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया।
जिलाधिकारी ने विद्यालयों में निम्नलिखित सुविधाओं को अनिवार्य करने के निर्देश दिए:
बाउंड्रीवाल और मेन गेट से बिल्डिंग तक इंटरलॉकिंग।
बच्चों के लिए शेड और सीमेंटेड बेंच।
उच्च गुणवत्ता वाली एलईडी लाइट और पंखे।
टॉयलेट में पानी की व्यवस्था।
पूरे विद्यालय परिसर में वाल पेंटिंग।
व्यक्तिगत रुचि और संवाद पर जोर
डीएम अनुनय झा ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे गोद लिए गए विद्यालयों में नियमित रूप से जाकर छात्रों, अभिभावकों, और प्रधानाचार्य से संवाद स्थापित करें। उनकी आवश्यकताओं के आधार पर कार्य करवाएं और इस कार्य को नेक कार्य मानकर व्यक्तिगत रुचि लें। उन्होंने कहा कि यह पहल न केवल शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाएगी, बल्कि बच्चों के भविष्य को भी उज्ज्वल करेगी।
उपस्थित अधिकारी
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी सान्या छाबड़ा, अपर जिलाधिकारी प्रियंका सिंह, सभी उपजिलाधिकारी, खंड विकास अधिकारी, बेसिक शिक्षा अधिकारी, प्रभारी जिला सूचना अधिकारी दिव्या निगम, और अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे। उनकी उपस्थिति ने इस पहल के कार्यान्वयन में समन्वय और प्रतिबद्धता को सुनिश्चित किया।
निष्कर्ष
हरदोई में परिषदीय विद्यालयों को मॉडल स्कूल के रूप में विकसित करने की यह पहल शिक्षा के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम है। जिलाधिकारी अनुनय झा के नेतृत्व में शुरू की गई इस योजना से विद्यालयों में बुनियादी सुविधाओं और शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद है। अधिकारियों की सक्रिय भागीदारी और व्यक्तिगत रुचि इस पहल को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।