हरदोई, लक्ष्मीकान्त पाठक (वेब वार्ता)। स्वच्छ भारत अभियान को और अधिक प्रभावी बनाने के उद्देश्य से एचसीएल फाउंडेशन और आईडीएम संस्था द्वारा हरदोई जिले के ग्राम पंचायत कटियामऊ में एक दिवसीय क्षमता वर्धक (कैपेसिटी बिल्डिंग) प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य ग्राम स्तर पर स्वच्छता प्रबंधन को मजबूत करना, स्थानीय सफाई कर्मियों को आधुनिक तकनीक से प्रशिक्षित करना और समुदाय को जागरूक करना था।
प्रशिक्षण में 35 प्रतिभागियों ने लिया भाग
इस कार्यक्रम में कुल 35 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इनमें सरकारी सफाई कर्मचारी और IDM संस्था के ग्रीन फ्रेंड शामिल थे। सभी को स्वच्छता प्रबंधन, कचरा निस्तारण के आधुनिक तरीके, प्लास्टिक कचरे से निपटने के उपाय और पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर विस्तार से जानकारी दी गई।
प्रमुख ट्रेनर और वक्ताओं की भूमिका
प्रशिक्षण में विशेषज्ञ ट्रेनर के रूप में मजहर रसीदी, IDM के कार्यक्रम प्रबंधक अंकुर दिवाकर, ग्राम पंचायत कटियामऊ की पंचायत सचिव सपना पाल, प्रधान प्रतिनिधि, पूर्व प्रधान और पंचायत सहायक मौजूद रहे।
मजहर रसीदी ने कहा:
“स्वच्छता केवल सफाई कर्मियों की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि यह पूरे समाज का दायित्व है। इस तरह के प्रशिक्षण से सामुदायिक भागीदारी बढ़ती है।”
अंकुर दिवाकर ने प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को स्वच्छ ग्राम परियोजना के उद्देश्यों, कचरा प्रबंधन की तकनीक, ग्रीन फ्रेंड के कार्य और सामुदायिक सहयोग की अहमियत पर विस्तृत जानकारी दी।
स्वच्छ ग्राम परियोजना का उद्देश्य
इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य है:
ग्राम स्तर पर कचरा प्रबंधन की बेहतर व्यवस्था
प्लास्टिक और गीले कचरे के पृथक्करण की प्रक्रिया को बढ़ावा देना
पर्यावरण संरक्षण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता
सफाई कर्मियों और स्थानीय लोगों की क्षमता बढ़ाना
प्रशिक्षण के लाभ और सामाजिक असर
इस प्रशिक्षण से न केवल सफाई कर्मियों का आत्मविश्वास बढ़ा, बल्कि उन्हें यह भी समझ आया कि कैसे वे आधुनिक तकनीक और सही प्रक्रियाओं के जरिए अपने कार्य को अधिक प्रभावी बना सकते हैं।
भविष्य में इस प्रकार के प्रशिक्षण से ग्रामीण क्षेत्रों में कचरा प्रबंधन बेहतर होगा, बीमारियों का खतरा कम होगा और स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ेगी।
स्थानीय प्रशासन का सहयोग
ग्राम पंचायत कटियामऊ के प्रधान प्रतिनिधि और सचिव ने इस पहल को सराहा और भविष्य में भी ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने की आवश्यकता पर जोर दिया।