नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को ईटी वर्ल्ड लीडर्स फोरम 2025 में देश की आर्थिक नीतियों, रिफॉर्म्स, तकनीकी विकास और वैश्विक नेतृत्व पर खुलकर बात की। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि,
भारत अब ठहरे पानी में कंकड़ फेंककर खुश होने वाला नहीं है, बल्कि बहती धारा को मोड़ने की ताकत रखता है।
🔹 “रिफॉर्म्स हमारी पहचान हैं, मजबूरी नहीं”
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने बीते एक दशक में गहरे और ऐतिहासिक सुधार किए हैं और यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा। उन्होंने जोर देकर कहा:
“इतने सुधार करने के बाद मोदी आराम कर लेगा, यह मेरी सोच में नहीं है। आने वाले समय में रिफॉर्म्स का पिटारा हम लेकर आने वाले हैं। हम जटिल चीजों को आसान बना रहे हैं। जीएसटी रिफॉर्म दीवाली तक पूरी हो जाएगी।”
मुख्य बिंदु:
रिफॉर्म्स का उद्देश्य केवल तात्कालिक लाभ नहीं बल्कि 2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य है।
सरकार स्पीड, स्कोप और स्केल तीनों मोर्चों पर एक साथ काम कर रही है।
🔹 भारत की अर्थव्यवस्था: रिकॉर्ड ग्रोथ और नए अवसर
पीएम मोदी ने कहा कि भारत आज दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है और आने वाले वर्षों में यह ग्रोथ और भी तेज़ होगी।
मुख्य आंकड़े:
✔ भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा।
✔ विदेशी मुद्रा भंडार मजबूत, महंगाई नियंत्रण में।
✔ वित्तीय घाटा 4.4% तक घटा – यह कोविड जैसी बड़ी चुनौतियों के बाद बड़ी उपलब्धि है।
✔ जून 2025 में EPFO डेटा के अनुसार 22 लाख नई नौकरियां जुड़ीं।
प्रधानमंत्री ने कहा:
“पहले भारत मौके गंवाता था। अब भारत ड्राइविंग सीट पर बैठा है।”
🔹 अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत का उभरता दबदबा
पीएम मोदी ने बताया कि पिछले 11 सालों में भारत ने 60 से ज्यादा स्पेस मिशन पूरे किए, जबकि पिछले 35 सालों में यह संख्या केवल 42 थी।
भारत के स्पेस सेक्टर के बड़े अपडेट:
गगनयान मिशन – भारतीय अंतरिक्ष यात्री जल्द स्पेस में जाएंगे।
300 से ज्यादा स्पेस स्टार्टअप्स सक्रिय।
प्राइवेट सेक्टर को स्पेस में शामिल करने के लिए हजारों करोड़ का फंड।
भविष्य में भारत का अपना स्पेस स्टेशन।
🔹 टेक्नोलॉजी और मेक इन इंडिया: वैश्विक नेतृत्व की तैयारी
पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने 5G तकनीक खुद विकसित की और अब 6G पर तेजी से काम कर रहा है।
टेक्नोलॉजी सेक्टर के बड़े कदम:
2025 में भारत का पहला मेड इन इंडिया सेमीकंडक्टर चिप बाजार में।
इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का निर्यात 100 से ज्यादा देशों में।
AI, रोबोटिक्स, क्वांटम टेक्नोलॉजी पर भारी निवेश।
🔹 निर्यात और आत्मनिर्भर भारत
भारत अब न केवल आत्मनिर्भर बन रहा है बल्कि दुनिया को एक्सपोर्ट भी कर रहा है।
निर्यात उपलब्धियां:
कृषि क्षेत्र में 4 लाख करोड़ रुपये का निर्यात।
मेट्रो, रेल कोच, इलेक्ट्रॉनिक्स का निर्यात रिकॉर्ड स्तर पर।
ईवी और ग्रीन एनर्जी प्रोडक्ट्स में लीडर बनने की तैयारी।
🔹 वैश्विक स्तर पर भारत की नई पहचान
प्रधानमंत्री ने कहा:
“भारत अब ‘मिसिंग द बस’ नहीं करता। भारत ही वह बस है जिसमें दुनिया बैठना चाहती है।”
भारत की जी20 अध्यक्षता और हालिया ग्लोबल ट्रेड डील्स से यह साबित होता है कि भारत वैश्विक मंच पर निर्णायक भूमिका निभा रहा है।