कुशीनगर, ममता तिवारी (वेब वार्ता)। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में लम्पी स्किन डिजीज (LSD) के बढ़ते खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन सख्त हो गया है। जिलाधिकारी महेंद्र सिंह तंवर ने बताया कि पूर्वांचल के कई जिलों में इस बीमारी के लक्षण पाए गए हैं। प्रभावित पशुओं से यह संक्रमण वेक्टर (कीट/मच्छर) के माध्यम से तेजी से फैलता है, जिससे अन्य गोवंश भी प्रभावित हो सकते हैं।
इस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने बिहार राज्य से सटे इलाकों में गोवंशों के सड़क और रेल मार्ग से आने-जाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। यह कदम लम्पी स्किन डिजीज के प्रसार को रोकने और पशुधन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
क्या कहा जिलाधिकारी ने?
जिलाधिकारी ने बताया कि यह निर्णय भारत सरकार के पशुपालन एवं दुग्धशाला विभाग की गाइडलाइन के अनुसार लिया गया है। पशुधन विभाग द्वारा जारी निर्देशों का पालन करते हुए सभी संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई करने के आदेश दिए गए हैं।
उन्होंने स्पष्ट किया:
बिहार से लगी सीमाओं पर गोवंशों के सड़क व रेल मार्ग से आवागमन पर रोक।
नगर पंचायत एवं नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी इन निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन कराएँ।
क्यों जरूरी है यह कदम?
लम्पी स्किन डिजीज मुख्य रूप से गाय और बैलों में फैलती है। इसके कारण:
पशुओं की त्वचा पर गांठें
बुखार
दूध उत्पादन में भारी गिरावट
कमजोरी और कई बार मृत्यु
यह बीमारी तेजी से फैलती है, इसलिए प्रभावित क्षेत्रों की सीमाएँ सील कर दी गई हैं।