Monday, October 20, 2025
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राष्ट्रीय ध्वज के जनक पिंगली वेंकैया की जयंती पर देश ने किया नमन, नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

नई दिल्ली, (वेब वार्ता)। भारत के राष्ट्रीय ध्वज ‘तिरंगा’ के रचयिता पिंगली वेंकैया की जयंती के अवसर पर देश भर में उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। देश के विभिन्न हिस्सों से नेताओं, मुख्यमंत्रियों और केंद्रीय मंत्रियों ने सोशल मीडिया के माध्यम से पिंगली वेंकैया को नमन किया और उनके योगदान को याद किया। नेताओं ने उन्हें भारत की एकता, अखंडता और गौरव का प्रतीक करार दिया।


🎨 तिरंगे के रचयिता पिंगली वेंकैया का योगदान

पिंगली वेंकैया न केवल एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे, बल्कि उन्होंने ऐसा प्रतीक गढ़ा, जो भारत के 140 करोड़ लोगों को एकता के सूत्र में बांधता है। उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे की मूल डिजाइन तैयार की, जिसे स्वतंत्र भारत के गौरव और सम्मान के प्रतीक के रूप में अपनाया गया।


🗣️ नेताओं ने क्या कहा?

▶️ योगी आदित्यनाथ (मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश):

“भारत के जन-गण-मन की एकता, अखंडता एवं गौरव के प्रतीक राष्ट्रीय ध्वज ‘तिरंगा’ के अभिकल्पक पिंगली वेंकैया जी की जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि! तिरंगे ने भारत के 140 करोड़ देशवासियों को एक सूत्र में पिरोया है।”

▶️ पुष्कर सिंह धामी (मुख्यमंत्री, उत्तराखंड):

“तिरंगा भारत के गौरव, अखंडता एवं शक्ति का परिचायक है। राष्ट्र सेवा को समर्पित आपका जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा है।”

▶️ भजनलाल शर्मा (मुख्यमंत्री, राजस्थान):

“पिंगली वेंकैया के योगदान को राष्ट्र सदैव कृतज्ञता से याद करेगा। तिरंगे के रूप में उनकी अनुपम कृति को सलाम।”

▶️ शिवराज सिंह चौहान (केंद्रीय मंत्री):

“वेंकैया जी की अनुपम कृति तिरंगा भारत की आत्मा को दर्शाती है। वे देशवासियों के दिलों में सदैव अमर रहेंगे।”

▶️ मनोहर लाल (केंद्रीय मंत्री):

“पिंगली वेंकैया के द्वारा रचित तिरंगा हम सबको राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित करता रहेगा।”

▶️ ओम बिरला (लोकसभा अध्यक्ष):

“वेंकैया जी की दूरदर्शिता और राष्ट्रप्रेम प्रेरक है। उनका योगदान भारतवासियों को सदैव स्मरण रहेगा।”


📜 पिंगली वेंकैया का जीवन परिचय (संक्षिप्त):

  • जन्म: 2 अगस्त 1876, आंध्र प्रदेश

  • पेशे: स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षाविद, भूविज्ञानी, भाषा विज्ञानी

  • प्रसिद्धि: भारतीय राष्ट्रीय ध्वज की मूल डिजाइन तैयार की

  • सम्मान: उन्हें ‘झंडा पुरुष’ भी कहा जाता है


🇮🇳 तिरंगे का प्रतीकात्मक महत्व:

पिंगली वेंकैया द्वारा तैयार किया गया राष्ट्रीय ध्वज सिर्फ कपड़े का टुकड़ा नहीं, बल्कि संविधान, स्वतंत्रता, संघर्ष और आत्मसम्मान का प्रतीक है।

  • केसरिया – बलिदान और साहस

  • श्वेत – सत्य और शांति

  • हरा – प्रकृति और विकास

  • अशोक चक्र – धर्म और गति का प्रतीक


🙏 जनमानस में श्रद्धा:

आज भी हर भारतीय जब तिरंगे को देखता है, तो उसके पीछे पिंगली वेंकैया की दूरदृष्टि और राष्ट्रीय चेतना की भावना को महसूस करता है। उनकी जयंती पर देशभर में उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए।

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