भोपाल (Bhopal), 25 जुलाई (वेब वार्ता)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को राजधानी भोपाल स्थित शासकीय गांधी चिकित्सा महाविद्यालय से संबद्ध हमीदिया अस्पताल में अत्याधुनिक सीटी स्कैन एवं एमआरआई मशीन का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि “नर सेवा ही नारायण सेवा है” की भावना से प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त और समावेशी बनाया जा रहा है। सरकार का लक्ष्य है कि नागरिकों को सुलभ, सस्ती, तत्पर और गुणवत्तायुक्त चिकित्सा सुविधाएं मिलें।
गरीबों को मिलेगा महंगे परीक्षणों का लाभ
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमीदिया अस्पताल में स्थापित ये नई मशीनें प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल को नई तकनीकी सुविधा से सुसज्जित करेंगी। इससे रोज़ाना दो हज़ार ओपीडी और 1500 इनडोर मरीजों को अत्याधुनिक जांच की सुविधा मिल सकेगी। अब जटिल जांचों के लिए मरीजों को निजी लैब्स में भटकना नहीं पड़ेगा, जिससे गरीब तबके को भारी राहत मिलेगी।
PPP मॉडल पर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि मध्यप्रदेश में पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों की स्थापना का कार्य देश में पहली बार इस रूप में हो रहा है, जहां इच्छुक संस्थाओं को 25 एकड़ जमीन मात्र 1 रुपये में दी जा रही है। अब तक प्रदेश में चार मेडिकल कॉलेजों को भूमि आवंटित की जा चुकी है।
स्वस्थ प्रदेश से समृद्ध मध्यप्रदेश की दिशा में प्रयास
मुख्यमंत्री ने कहा, “स्वस्थ नागरिक ही समृद्ध प्रदेश की नींव रखते हैं।” राज्य सरकार सभी जिलों के अस्पतालों को आधुनिक मशीनों और उच्च स्तरीय जांच सुविधाओं से लैस कर रही है। साथ ही, गंभीर मरीजों के लिए एयर एंबुलेंस और हेली सेवा भी शुरू की गई है, जिससे समय पर इलाज देकर कई जानें बचाई गईं।
मेडिकल और स्वास्थ्य सुविधाओं में अभूतपूर्व विस्तार
प्रदेश में वर्तमान में 17 शासकीय मेडिकल कॉलेज संचालित हो रहे हैं
एमबीबीएस की 2,575 सीटें और पीजी की 1,357 सीटें शासकीय संस्थानों में उपलब्ध
कुल 40 मेडिकल कॉलेज, 308 नर्सिंग कॉलेज, और 800 हेल्थ वेलनेस सेंटर सक्रिय
50 जिला अस्पताल और 3 सिविल अस्पतालों में सीटी स्कैन सेवाएं उपलब्ध
आयुष्मान भारत योजना के तहत अब तक 4.37 करोड़ से अधिक कार्ड बनाए जा चुके हैं
स्वास्थ्य क्षेत्र में योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार केवल नीति बनाकर नहीं, बल्कि ज़मीन पर उसके प्रभावी क्रियान्वयन से ही संभव है। इसके लिए सरकार निरंतर जन सहयोग और जवाबदेही के साथ कार्य कर रही है।
सड़क दुर्घटना में मदद करने वालों को मिलेगा 25 हज़ार का इनाम
मुख्यमंत्री ने “राहवीर योजना” का ज़िक्र करते हुए कहा कि सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को एक घंटे के भीतर अस्पताल पहुंचाने पर मददगार को 25,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। साथ ही सरकार ने देहदान और अंगदान करने वालों को सम्मानित करने का भी निर्णय लिया है।
लोकार्पण समारोह में उपस्थित रहे गणमान्य
इस अवसर पर खेल एवं युवक कल्याण मंत्री विश्वास सारंग, राज्यमंत्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल, विधायक रामेश्वर शर्मा, महापौर मालती राय, नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी, प्रमुख सचिव संदीप यादव, जीएमसी डीन डॉ. कविता सिंह और अन्य वरिष्ठ अधिकारी, डॉक्टर्स तथा जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।