समसामयिक
आतंकवाद के विरुद्ध एकजुट होता मुस्लिम समाज
-तनवीर जाफरी-
इंडोनेशिया तथा पाकिस्तान के बाद भारतवर्ष पूरे विश्व में मुस्लिम जनसं या वाला तीसरा सबसे बड़ा देश है। दुनिया में आतंकवाद का व्यापार...
फसल के दाम का सच
-प्रो. योगेंद्र यादव-
कल रात एक छोटा-सा वीडियो देखा, कुछ ही मिनट का रहा होगा। इस वीडियो में महाराष्ट्र के जालना जिले का एक किसान...
आंकड़ों की हवस के मायने
-डॉ गोपाल कृष्ण-
गार्जियन और न्यूयॉर्क टाइम्स के मार्च 17 के फेसबुक घोटाले के खुलासे के बाद अमेरिकी कंपनी फेसबुक के मालिक मार्क जुकरबर्ग को...
वैचारिक विरोध और शिष्टाचार
-बलबीर पुंज-
हाल के दिनों में देश में कुछ ऐसे घटनाक्रम सामने आए हैं जो भारत की राजनीतिक और सामाजिक वास्तविकताओं के उज्जवल पक्ष को...
कैसे रुकेगी यह क्रूरता
-चिन्मय मिश्र-
आज जिस तरह की क्रूरता हमारे सामने है, दो दशक पहले हमने उसकी कल्पना तक नहीं की थी। हमें आंख बंद कर कल्पना...
जितेन्द्र बिसेन : एक कर्मवीर, श्रम श्री
-हेमेन्द्र क्षीरसागर-
देश में चहुंओर श्री, श्री की जय, जयकार है। बयार में श्री, श्रीमान के साथ श्रीयुत्, श्रीमंत और सर्वश्री कंठहार है। दौर में...
08 मार्च अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर विशेष : कलाओं में है दम भरने का...
विचार करें तो किसी संज्ञा-सर्वनाम के भीतर पहले से मौजूद सद्गुण, कौशल तथा वृति को उभारना... विकसित करना ही उसका असल सशक्तिकरण है... असली...
08 मार्च अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस विशेष : महिला सशक्तिकरण की राह में मील का...
-सोनिया चोपड़ा-
आज हर जगह महिला सशक्तिकरण पर चर्चा हो रही है, लेकिन क्या सामाजिक बदलाव के बिना महिलाओं का सशक्तिकरण संभव है। राष्ट्रीय मीडिया...
‘‘आखिर कब तक सहेंगे हम घोटाले?’’
-प्रवीन शर्मा-
अल्फ्रेड लार्ड टेनिसन की मशहूर कविता ‘द’ ब्रूक की यह पंक्तियाँ किसी से छिपी नहीं हैं। द ब्रूक कविता बहती नदी के ऊपर...
स्वच्छ तन, स्वच्छ मन से बनता नया समाज
-अशोक “प्रवृद्ध”-
दो अक्टूबर 2019 तक देश के हर परिवार को शौचालय सहित स्वच्छता-सुविधा उपलब्ध कराने, ठोस और द्रव अपशिष्ट निपटान व्यवस्था, गाँव में सफाई...